तुझे भूलकर हसना मैंने सीख लिया
तू मेरे लिए नहीं बना ये जानकर
तुझसे दूर रहना मैंने आज सिख लिया
ऐ ग़म तू साथ रहना मेरे क्यूँकर
ज़िन्दगी की ख़ुशियों को छोड़ तुझसे रिश्ता मैंने जोड़ लिया
आँशुओं ने भी छोड़ा हैं मेरे चश्म का साथ
अब तो बिन मुस्कुराए जीना मैंने सीख लिया
आज खुश तुझे अपनाकर ऐ गमें ज़िन्दगी
तू सच्चा और बाक़ी हसीन ख़्वाब हैं ये मैंने सीख लिया
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